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अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस: भारत के युवाओं के लिए चुनौतियां और अवसर

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अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस: भारत के युवाओं के लिए चुनौतियां और अवसर

अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस: भारत के युवाओं के लिए चुनौतियां और अवसर
12 Aug 2025
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परिचय

प्रत्येक वर्ष 12 अगस्त को अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस मनाया जाता है, जो युवाओं की क्षमता का वैश्विक उत्सव है। भारत के लिए यह दिन विशेष है, क्योंकि यहाँ दुनिया की सबसे बड़ी युवा आबादी निवास करती है। यह "Demographic Dividend" (जनसांख्यिकीय लाभांश) देश को अभूतपूर्व आर्थिक विकास की ओर ले जा सकता है, लेकिन इस क्षमता को वास्तविकता में बदलने के लिए मौजूदा चुनौतियों का समाधान करना अनिवार्य है। 

International Youth Day: Challenges and Opportunities for India's Youth

वर्तमान संदर्भ

इस वर्ष की थीम है- “Local Youth Actions for the SDGs and Beyond” जो युवाओं की हरित नवाचार में भूमिका पर केंद्रित है। यह भारत के लिए प्रासंगिक है, क्योंकि इंडिया स्किल्स रिपोर्ट 2025 'ग्रीन स्किल्स' की बढ़ती मांग को रेखांकित करती है। वहीं, आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण (PLFS) के आँकड़े शिक्षित युवाओं में बेरोजगारी की चुनौती को दर्शाते हैं। यह संदर्भ युवाओं के विकास और रोजगार पर एक केंद्रित बहस की मांग करता है, जहाँ नई चुनौतियों के साथ नए अवसर भी मौजूद हैं।

भारत के युवा और Demographic Dividend

भारत की राष्ट्रीय युवा नीति, 2014 के अनुसार, 15-29 वर्ष के आयु वर्ग को 'युवा' माना जाता है। यह समूह भारत की आबादी का 27% से अधिक है, जो इसे दुनिया के सबसे युवा देशों में से एक बनाता है।

"Demographic Dividend" का अर्थ आर्थिक विकास की उस क्षमता से है जो जनसंख्या में कामकाजी उम्र के लोगों का हिस्सा बढ़ने से उत्पन्न होती है। भारत वर्तमान में इसी दौर से गुजर रहा है। संविधान का अनुच्छेद 21A (शिक्षा का अधिकार) और राज्य के लिए नीति निदेशक सिद्धांत राज्य को युवाओं के विकास के लिए अनुकूल परिस्थितियाँ बनाने का दायित्व सौंपते हैं।

भारत के युवाओं के सामने प्रमुख चुनौतियाँ

  • शिक्षा एवं कौशल असंतुलन: औपचारिक शिक्षा और उद्योग की जरूरतों के बीच एक बड़ा अंतर है, जिससे स्नातकों के लिए रोजगार प्राप्त करना कठिन हो जाता है।
  • बेरोजगारी और अल्प-रोजगार: उच्च बेरोजगारी दर, विशेषकर शिक्षित युवाओं में, एक गंभीर समस्या है। कई युवा अपनी योग्यता से कम स्तर की नौकरियों में कार्यरत हैं।
  • स्वास्थ्य और कल्याण: मानसिक स्वास्थ्य (तनाव, अवसाद) एक बड़ी चुनौती के रूप में उभरा है, जो युवाओं की उत्पादकता को प्रभावित करता है।
  • डिजिटल डिवाइड: ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के बीच डिजिटल साक्षरता और संसाधनों तक पहुंच में गहरी असमानता मौजूद है, जो अवसरों का असमान वितरण करती है।
  • सामाजिक बाधाएँ: पितृसत्तात्मक मानदंड युवा महिलाओं की प्रगति में बाधक हैं, और हाशिए पर पड़े समुदायों के युवाओं को अवसरों तक पहुँचने में अतिरिक्त बाधाओं का सामना करना पड़ता है।

भारत के युवाओं के लिए अवसर

  • आर्थिक विकास के वाहक: युवा उद्यमी देश के स्टार्टअप इकोसिस्टम को चला रहे हैं और एक विशाल उपभोक्ता वर्ग के रूप में घरेलू मांग को बढ़ावा दे रहे हैं।
  • डिजिटल परिवर्तन के प्रणेता: भारत के युवा देश को एक वैश्विक डिजिटल हब बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं, चाहे वह फिनटेक हो, AI हो या गिग इकॉनमी।
  • सामाजिक परिवर्तन के अग्रदूत: युवा वर्ग पर्यावरण संरक्षण और लैंगिक न्याय जैसे सामाजिक अभियानों में सक्रिय रूप से भाग ले रहा है।
  • वैश्विक प्रतिभा का स्रोत: विकसित देशों की उम्रदराज होती आबादी के बीच, भारत के कुशल युवा वैश्विक स्तर पर प्रतिभा की कमी को पूरा कर सकते हैं।

युवा सशक्तिकरण के लिए प्रमुख सरकारी पहल

योजना/नीति का नाम

प्राथमिक उद्देश्य

Skill India Mission (PMKVY)

युवाओं को उद्योग-प्रासंगिक कौशल प्रशिक्षण प्रदान कर रोजगार योग्य बनाना।

National Education Policy (NEP) 2020

शिक्षा प्रणाली में लचीलापन और व्यावसायिक प्रशिक्षण को एकीकृत करना।

Startup India & Stand-Up India

नवाचार और उद्यमिता के लिए एक मजबूत पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण करना।

Agnipath Scheme

युवाओं को सशस्त्र बलों में सेवा करने और उपयोगी कौशल हासिल करने का अवसर देना।

विश्लेषण: Demographic Dividend को वास्तविकता में बदलना

भारत का Demographic Dividend एक स्वतः मिलने वाला लाभ नहीं है, इसे रणनीतिक प्रयासों से हासिल करना होगा। Skill India और NEP 2020 जैसी नीतियां सही दिशा में हैं, लेकिन उनकी सफलता प्रभावी कार्यान्वयन पर निर्भर है। नीतिगत इरादे और जमीनी हकीकत के बीच की खाई को पाटना सबसे बड़ी चुनौती है।

उदाहरण के लिए, NEP 2020 में व्यावसायिक शिक्षा पर जोर है, लेकिन मुख्यधारा के पाठ्यक्रम में इसका एकीकरण धीमा है। सफलता के लिए कौशल कार्यक्रमों को भविष्य की नौकरियों (जैसे, ग्रीन इकॉनमी, AI) से जोड़ना और उद्योग-अकादमिक सहयोग (Industry-Academia Collaboration) को मजबूत करना आवश्यक है। यह प्रयास सतत विकास लक्ष्यों (SDGs), विशेष रूप से SDG 4 (गुणवत्तापूर्ण शिक्षा) और SDG 8 (उत्कृष्ट कार्य और आर्थिक वृद्धि) को प्राप्त करने के लिए भी महत्वपूर्ण है।

UPSC के दृष्टिकोण से

  • Prelims Relevance: राष्ट्रीय युवा नीति, Demographic Dividend, PMKVY, NEP 2020, Startup India जैसी योजनाओं के प्रमुख तथ्य।
  • Mains Relevance:
  • GS Paper 1: जनसंख्या और संबंधित मुद्दे, सामाजिक सशक्तिकरण।
  • GS Paper 2: सरकारी नीतियां, मानव संसाधन विकास।
  • GS Paper 3: भारतीय अर्थव्यवस्था, रोजगार, समावेशी विकास।
  • GS Paper 4: युवाओं की राष्ट्र निर्माण में भागीदारी, मूल्यों का विकास आदि। 
  • Essay Use: 'जनसांख्यिकीय लाभांश', 'राष्ट्र निर्माण में युवाओं की भूमिका' जैसे विषयों के लिए उपयोगी।

अभ्यास प्रश्न

1. Prelims MCQ:

प्रधान मंत्री कौशल विकास योजना के सन्दर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:

1. यह श्रम एवं रोज़गार मंत्रालय की फ्लैगशिप स्कीम है।

  1. यह, अन्य चीज़ों के साथ-साथ, सॉफ्ट स्किल, उद्यमवृत्ति, वित्तीय और डिजिटल साक्षरता में भी प्रशिक्षण उपलब्ध कराएगी ।

3. यह देश के अविनियमित कार्यबल की कार्यकुशलताओं को राष्ट्रीय कौशल योग्यता ढाँचा (नेशनल स्किल क्वालिफिकेशन फ्रेमवर्क) के साथ जोड़ेगी ।

उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं ?

(a) केवल 1 और 3

(b) केवल 2

(c) केवल 2 और 3

(d) 1, 2 और 3

उत्तर: (c)  

Q. भारत की राष्ट्रीय युवा नीति के संदर्भ में, निम्नलिखित में से किस आयु वर्ग को 'युवा' के रूप में परिभाषित किया गया है?

(a) 18-35 वर्ष

(b) 16-30 वर्ष

(c) 15-29 वर्ष

(d) 14-25 वर्ष

उत्तर: (c) 15-29 वर्ष

2. Mains PYQs

Q. "भारत में जनांकिकीय लाभांश तब तक सैद्धांतिक ही बना रहेगा जब तक कि हमारी जनशक्ति अधिक शिक्षित, जागरूक, कुशल और सृजनशील नहीं हो जाती।" सरकार ने हमारी जनसंख्या को अधिक उत्पादनशील और रोज़गार-योग्य बनने की क्षमता में वृद्धि के लिए कौन-से उपाय किए हैं? (250 शब्द) (GS Paper-2, 2016)

"Demographic Dividend in India will remain only theoretical unless our manpower becomes more educated, aware, skilled and creative." What measures have been taken by the government to enhance the capacity of our population to be more productive and employable?

Q. नैतिक आचरण वाले तरुण लोग सक्रिय राजनीति में शामिल होने के लिए उत्सुक नहीं होते हैं। उनको सक्रिय राजनीति में अभिप्रेरित करने के लिए उपाय सुझाइए। (150 शब्द) (GS Paper-4, 2017)

Young people with ethical conduct are not willing to come forward to join active politics. Suggest steps to motivate them to come forward. (150 words)

Q. "भारत का जनसांख्यिकी लाभांश एक समय-संवेदनशील अवसर है जिसका लाभ केवल कौशल, स्वास्थ्य और रोजगार की गहरी चुनौतियों का समाधान करके ही लिया जा सकता है।" इस कथन का समालोचनात्मक विश्लेषण करें। (250 शब्द)

उत्तर की रूपरेखा:

  • जनसांख्यिकी लाभांश की परिभाषा और भारत के संदर्भ में आँकड़े देकर भूमिका लिखिए। 
  • संक्षेप में, भारत में जनसांख्यिकी लाभांश के अवसरों को बताइए। 
  • इससे जुड़ी चुनौतियों को बताइए। 
  • सरकार द्वारा इस दिशा में उठाए गए कदमों को लिखिए। 
  • अंत में, आगे की राह के साथ उत्तर समाप्त कीजिए। 

निष्कर्ष

भारत के युवा इसकी सबसे मूल्यवान संपत्ति और 'अमृत पीढ़ी' हैं। इस जनसांख्यिकीय क्षमता को लाभांश में बदलने के लिए एक मिशन-मोड दृष्टिकोण अनिवार्य है। इसमें केवल कौशल विकास ही नहीं, बल्कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, स्वास्थ्य, उद्यमिता को बढ़ावा देना और एक समावेशी वातावरण बनाना भी शामिल है। भारत का भविष्य आज हमारे युवाओं में किए गए निवेश पर ही निर्भर करता है।

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