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भारत में पहली ‘Grassland Bird Census’

प्रमुख लेख

भारत में पहली ‘Grassland Bird Census’

भारत में पहली ‘Grassland Bird Census’
05 Aug 2025
Table of Contents

भूमिका / Introduction

2025 में असम के काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में आयोजित पहली “Grassland Bird Census” ने भारत के घास के मैदानों की पारिस्थितिकी, जैवविविधता संरक्षण (Biodiversity Conservation) और पर्यावरण नीति में एक ऐतिहासिक मील का पत्थर स्थापित किया है। UPSC की तैयारी के लिए यह केस-स्टडी जैविक विविधता के आंकलन, समुदाय-आधारित सहभागिता और SDG-15 जैसी वैश्विक प्रतिबद्धताओं से प्रत्यक्ष रूप से जुड़ी है।

करेंट अफेयर्स (Current Affairs Dimension)

  • जुलाई 2025 में काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में पहली बार “Grassland Bird Census” की गई, जिसमें राज्य सरकार, वन विभाग, वैज्ञानिक और स्थानीय समुदाय शामिल हुए।
  • देश में जलवायु परिवर्तन, अनियंत्रित चराई और कृषि विस्तार के चलते घास के मैदानों और संबद्ध पक्षियों की जनसंख्या में गिरावट आ रही है।
  • फ्लोरिकन, बार-हेडेड गूज, वेटलैंड बर्ड्स आदि दुर्लभ प्रजातियों की गणना- संरक्षण नीतियों और पारिस्थितिकी प्रबंधन के लिए डेटा-संचयन।
  • यह पहल न केवल संरक्षण जागरूकता, बल्कि स्थानीय आजीविका (Ecotourism, Community Engagement) और नीति-क्रियान्वयन की मिसाल बनी।

VisionIAS UPSC Daily News Summary (Hindi)

Static Content: जैवविविधता संरक्षण के भौगोलिक आयाम

1. घास के मैदान: पारिस्थितिकीय भूमिका और जैवविविधता

  • भारत के प्रमुख घास के मैदान: काजीरंगा (असम), हेसरघट्टा (कर्नाटक), केवलादेव (राजस्थान), तराई क्षेत्र (उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार), बन्नी (गुजरात)।
  • प्रमुख पक्षी प्रजातियाँ: Bengal Florican, Great Indian Bustard, बार-हेडेड गूज, वेटलैंड माइग्रेटरी बर्ड्स।
  • जैवविविधता को लाभ: परागण, कीट नियंत्रण, मिट्टी संधारण, पौधों को पुनर्जीवन।
  • Grassland birds के संरक्षण से खाद्य श्रृंखला और पारिस्थितिक संतुलन बना रहता है।

2. जैवविविधता संरक्षण नीति और रणनीति

  • राष्ट्रीय जैवविविधता अधिनियम (2002)—राष्ट्रीय जैवविविधता प्राधिकरण (NBA) की स्थापना।
  • SDG-15, “राष्ट्रीय जैवविविधता लक्ष्य”: पारिस्थितिकी तंत्रों का संरक्षण, मरुस्थलीकरण से वनीकरण (Desertification Reversal), लुप्तप्राय प्रजातियों का संरक्षण (Endangered Species Protection)।
  • “People’s Biodiversity Register” (PBR): ग्राम/शहरी निकायों द्वारा स्थानीय जैविक संपदा का दस्तावेज़ीकरण।
  • जैव संवेदनशील क्षेत्र (Eco–Sensitive Zones), जैवविविधता विरासत स्थल (Biodiversity Heritage Sites), सामुदायिक संरक्षित रिजर्व (Community Conservation Reserves) से समाज–नीति–विज्ञान का समन्वय।
  • घास भूमियों का पुनरुद्धार (Grassland Recovery), Restoration, Wetland-Interface Protection में सरकार–समुदाय साझेदारी।

3. अंतरराष्ट्रीय पहलें

  • प्रवासी प्रजातियों के संरक्षण के लिए अभिसमय (Convention on the Conservation of Migratory Species of Wild Animals- CMS):
    • एक अंतरराष्ट्रीय संधि, 1979 में अपनाई गई
    • प्रवासी जीव-जंतुओं (पक्षी, स्तनधारी और मछलियाँ) का संरक्षण
  • जैवविविधता संरक्षण अभिसमय (Convention on Biological Diversity, CBD):
    • अंतरराष्ट्रीय संधि है, 1992 रियो सम्मेलन में अपनाई गई
    • जैव विविधता के संरक्षण पर केंद्रित
    • संसाधनों के संधारणीय उपयोग और वैश्विक लाभ का लक्ष्य
  • रामसर अभिसमय (Ramsar Convention):
    • 1971 में ईरान के रामसर शहर में अपनाई गई
    • आर्द्रभूमियों के संरक्षण और विवेकपूर्ण उपयोग पर केंद्रित
    • विश्वभर में महत्वपूर्ण आर्द्रभूमि स्थल नामित करता है।
  • पेरिस समझौता (Paris Agreement):
    • जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए अंतरराष्ट्रीय संधि
    • वैश्विक तापमान वृद्धि को 2°C से नीचे, संभव हो तो 1.5°C तक सीमित करना लक्ष्य
    • हर 5 साल पर देशों को उत्सर्जन कटौती की योजना प्रस्तुत करनी होती है
    • विकसित देश विकासशील देशों को वित्तीय और तकनीकी सहायता देंगे
    • सभी देशों को ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन कम करने की जिम्मेदारी साझा करनी होगी
    • भारत की प्रतिबद्धता (INDC)।
  • India @ Kunming COP16: Biodiversity National Action Plan:
    • उद्देश्य- संरक्षण, सतत उपयोग और लाभों का समान बंटवारा है
    • नीति व योजनाएं, सभी क्षेत्रों में समावेश
    • स्थानीय समुदायों की भागीदारी
    • नई चुनौतियों का समाधान
    • भारत के अंतरराष्ट्रीय जैव विविधता प्रतिबद्धताओं को पूरा करती है।
  • आईची लक्ष्य (Aichi Targets), Ecological Networks के ज़रिए संरक्षण प्रयास।

भारत के जैवमंडल संरक्षित क्षेत्र

biosphere reserve in india

संरचना / सारणी (Summary Table)

आयाम

उदाहरण / नीति पहल

महत्वपूर्ण प्रजातियाँ

बेंगाल फ्लोरिकन (अत्यंत संकटग्रस्त), बार-हेडेड गूज

प्रमुख संकट

Habitat Loss, Agriculture Encroachment, Climate Change

राष्ट्रीय नीति

NBA, SDG-15, Grassland Restoration Initiative

सहभागिता उपकरण

PBR, Community Reserve, Eco-sensitive Zoning

अंतरराष्ट्रीय प्रयास

CMS, CBD, Ramsar, COP16, Wetland Conservation

जैवविविधता संरक्षण: बहुआयामी बिंदु

  • घास के मैदानों का क्षरण- सघन कृषि, झूम कृषि, आक्रामक प्रजातियाँ (Invasive Species), अनियंत्रित चराई, वनाग्नि (Forest Fire) आदि 
  • Grassland–Wetland interface की महत्ता- प्रवासी पक्षी (Migratory Birds), जैव विविधता हॉटस्पॉट (Biodiversity Hotspots), परागणक पारिस्थितिकी तंत्र (Pollinator Ecosystem)।
  • Community-based conservation में काजीरंगा जैसे उदाहरण से संरक्षण, जमीनी स्तर के ज्ञान, स्थानीय रोजगार को बढ़ावा मिलेगा।
  • नीति स्तर पर in-situ/ex-situ, eco-restoration, microzoning, और ecotourism का समावेश।
  • Climate adaptation, sustainable land use planning, invasive-control भी नीति के हिस्से।

अभ्यास प्रश्न (Practice Questions)

Mains:

“Grassland Bird Census जैसे प्रयास जैवविविधता संरक्षण, पारिस्थितिक सुरक्षा और स्थानीय सहभागिता की दृष्टि से कितने प्रभावी हैं? भारत की नई संरक्षण नीति का समग्र विश्लेषण करें।”

Mains PYQs

Q. भारत सरकार द्वारा शुरू किए गए राष्ट्रीय आर्द्रभूमि संरक्षण कार्यक्रम पर टिप्पणी कीजिए और रामसर स्थलों में शामिल अंतर्राष्ट्रीय महत्व की कुछ भारतीय आर्द्रभूमियों के नाम बताइए।

(Comment on the National Wetland Conservation Programme initiated by the Government of India and name a few India's wetlands of international importance included in the Ramsar Sites.) (2023)

Q. भारत में जैव विविधता किस प्रकार भिन्न है? जैव विविधता अधिनियम, 2002 वनस्पतियों और जीवों के संरक्षण में किस प्रकार सहायक है?

(How does biodiversity vary in India? How is the Biological Diversity Act, 2002

helpful in conservation of flora and fauna?) (2018)

Prelims MCQ:

भारत का कौन-सा राष्ट्रिय उद्यान grassland–wetland–bird diversity के लिए सबसे प्रसिद्ध है?

A) काजीरंगाB) गिरC) सुंदरबनD) वेलवडाउत्तर: A

Prelims PYQs

प्रश्नः भारत की जैव-विविधता के संदर्भ में, सीलोन फ्रॉगमाऊथ, कॉपरस्मिथ बार्बेट, ग्रे-चिन्ड मिनिवेट और ह्वाइट-थ्रोटेड रेडस्टार्ट क्या हैं ? (2020)

(a) पक्षी

(b) प्राइमेट

(c) सरीसृप

(d) उभयचर

उत्तर- A

प्रश्नः निम्नलिखित में से कौन-सा पक्षी नहीं है ? (2022)

(a) गोल्डन महासीर

(b) इंडियन नाइटजार

(c) स्पूनबिल

(d) व्हाईट आइबिस

उत्तर- A

निष्कर्ष

Grassland Bird Census भारत के लिए conservation के क्षेत्र में ‘data-driven’ व ‘community-participatory’ मॉडल का उदाहरण है। जैवविविधता संरक्षण अब केवल संरक्षित क्षेत्रों तक सीमित नहीं, बल्कि समुदाय, नीति और आधुनिक वैज्ञानिक अनुसंधान का साझीदारी मिशन है- यह UPSC में Essay, GS-3 व Ethics के उत्तरों में आपको बहुआयामी दृष्टिकोण प्रदान करेगा।

अतिरिक्त अध्ययन 

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VisionIAS संपादकीय टीम द्वारा

UPSC में 10 वर्षों से अधिक की विशेषज्ञता, IAS उम्मीदवारों के लिए व्यावहारिक सामग्री प्रदान करना।

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