संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की सिविल सेवा परीक्षा (CSE) भारत की सबसे प्रतिष्ठित और चुनौतीपूर्ण परीक्षाओं में से एक है। यह भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS), भारतीय विदेश सेवा (IFS), भारतीय पुलिस सेवा (IPS) और अन्य शीर्ष सिविल सेवाओं में प्रवेश का मुख्य द्वार है। इस यात्रा पर निकलने वाले हर अभ्यर्थी के लिए UPSC परीक्षा पैटर्न की स्पष्ट समझ होना अत्यंत आवश्यक है।
यह ब्लॉग UPSC परीक्षा की संरचना का विस्तृत विवरण प्रस्तुत करता है, जिसमें UPSC प्रारंभिक परीक्षा पैटर्न, UPSC मुख्य परीक्षा और अंतिम व्यक्तित्व परीक्षण चरण के साथ-साथ प्रत्येक चरण को प्रभावी ढंग से पूरा करने के लिए रणनीतियाँ और सुझाव शामिल हैं।
UPSC CSE के अंतर्गत सेवाएं
- भारतीय प्रशासनिक सेवा
- भारतीय विदेश सेवा
- भारतीय पुलिस सेवा
- भारतीय लेखा परीक्षा और लेखा सेवा, ग्रुप "क"
- भारतीय सिविल लेखा सेवा, ग्रुप "क"
- भारतीय कॉरपोरेट विधि सेवा, ग्रुप "क"
- भारतीय रक्षा लेखा सेवा, ग्रुप "क
- भारतीय रक्षा संपदा सेवा, ग्रुप "क
- भारतीय सूचना सेवा, ग्रुप "क"
- भारतीय डाक सेवा, ग्रुप "क"
- भारतीय डाक एवं दूरसंचार लेखा और वित्त सेवा, ग्रुप "क"
- भारतीय रेल प्रबंधन सेवा (यातायात), ग्रुप 'क'
- भारतीय रेल प्रबंधन सेवा (कार्मिक), ग्रुप 'क'
- भारतीय रेल प्रबंधन सेवा (लेखा), ग्रुप 'क'
- भारतीय रेल सुरक्षा बल सेवा, ग्रुप "क"
- भारतीय राजस्व सेवा (सीमा शुल्क और अप्रत्यक्ष कर) ग्रुप "क"
- भारतीय राजस्व सेवा (आयकर) ग्रुप "क"
- भारतीय व्यापार सेवा, ग्रुप "क (ग्रेड III)
- सशस्त्र सेना मुख्यालय सिविल सेवा, ग्रुप "ख" (अनुभाग अधिकारी ग्रेड)
- दिल्ली, अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह, लक्षद्वीप, दमन व दीव एवं दादरा व नगर हवेली सिविल सेवा (DANICS), ग्रुप "ख
- दिल्ली, अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह, लक्षद्वीप, दमन व दीव एवं दादरा व नगर हवेली पुलिस सेवा (DANICS), ग्रुप "ख
- पांडिचेरी सिविल सेवा (PONDICS), ग्रुप 'ख'
- पांडिचेरी पुलिस सेवा (PONDICS), ग्रुप 'ख'
UPSC परीक्षा की संरचना को समझना
UPSC सिविल सेवा परीक्षा का पैटर्न तीन क्रमिक चरणों में विभाजित है:
- प्रारंभिक परीक्षा (प्रीलिम्स)
- मुख्य परीक्षा (मेन्स)
- साक्षात्कार (पर्सनालिटी टेस्ट)
प्रत्येक चरण उम्मीदवारों की अलग-अलग योग्यताओं का आकलन करता है और अगले चरण के लिए Qualifying Round का कार्य करता है।

प्रयासों की संख्या (Number of Attempts)
परीक्षा में शामिल होने वाले प्रत्येक पात्र उम्मीदवार को सिविल सेवा परीक्षा (CSE) में छह (6) प्रयासों की अनुमति होगी। हालाँकि, SC/ST/OBC और PwBD (दिव्यांग) श्रेणी के उम्मीदवारों को प्रयासों की संख्या में छूट प्रदान की जाएगी, बशर्ते वे अन्यथा पात्र हों। छूट के तहत इन उम्मीदवारों को दिए जाने वाले प्रयासों की संख्या इस प्रकार है:

टिप्पणी- I परीक्षा में अवसरों का लाभ उठाने वाले उम्मीदवारों की श्रेणियों यथा सामान्य को सा, आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को ई.डब्ल्यू.एस, अनुसूचित जाति को अ.जा, अनुसूचित जनजाति को अ.ज.जा, अन्य पिछड़े वर्ग को अ.पि.व. तथा बैंचमार्क दिव्यांगता वाले व्यक्तियों को पी.डब्ल्यू बी.डी से दर्शाया गया है।
टिप्पणी-II प्रारंभिक परीक्षा में बैठने को सिविल सेवा परीक्षा में बैठने का एक अवसर माना जाएगा।
टिप्पणी-III यदि उम्मीदवार प्रारंभिक परीक्षा के किसी एक प्रश्न पत्र में वस्तुतः परीक्षा देता है तो यह मान लिया जाएगा कि उसने एक अवसर प्राप्त कर लिया है।
टिप्पणी-IV अयोग्य पाए जाने/बाद में उम्मीदवारी के रद्द किए जाने के बावजूद उम्मीदवार की परीक्षा में उपस्थिति के तथ्य को एक प्रयास के तौर पर गिना जाएगा।
UPSC प्रारंभिक परीक्षा (प्रीलिम्स) का पैटर्न
UPSC प्रारंभिक परीक्षा में दो वस्तुनिष्ठ बहुविकल्पीय (Objective type MCQs) प्रश्नपत्र शामिल होते हैं, जिनमें से प्रत्येक 200 अंकों का होता है। यह चरण एक स्क्रीनिंग टेस्ट (Screening Test) के रूप में होता है और इसमें प्राप्त अंकों को अंतिम मेरिट सूची में नहीं जोड़ा जाता है।
प्रश्न पत्रों की संरचना

मुख्य बिंदु:
- दोनों प्रश्नपत्र एक ही दिन आयोजित किए जाते हैं।
- प्रत्येक गलत उत्तर के लिए 1/3 (एक-तिहाई) नेगेटिव मार्किंग (अंक काटे जाते हैं)।
- CSAT (पेपर-II) केवल Qualifying प्रकृति का है; इसमें न्यूनतम 33% (66 अंक) प्राप्त करना अनिवार्य है।
- केवल पेपर-I के अंक ही मुख्य परीक्षा (Mains) के लिए योग्यता निर्धारित करते हैं।
पाठ्यक्रम का अवलोकन
प्रश्न पत्र- I (200 अंक) अवधि दो घंटे
- राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय महत्व की सामयिक घटनाएं।
- भारत का इतिहास और भारतीय राष्ट्रीय आन्दोलन।
- भारत एवं विश्व भूगोल भारत एवं विश्व का प्राकृतिक, सामाजिक, आर्थिक भूगोल
- भारतीय राज्यतन्त्र और शासन संविधान, राजनैतिक प्रणाली, पंचायती राज, लोक नीति, अधिकारों संबंधी मुद्दे, आदि।
- आर्थिक और सामाजिक विकास सतत विकास, गरीबी, समावेशन, जनसांख्यिकी, सामाजिक क्षेत्र में की गई पहल आदि।
- पर्यावरणीय पारिस्थितिकी जैव-विविधता और मौसम परिवर्तन संबंधी सामान्य मुद्दे, जिनके लिए विषयगत विशेषज्ञता आवश्यक नहीं है।
- सामान्य विज्ञान
प्रश्न पत्र- II (200 अंक) अवधि दो घंटे
- बोधगम्यता
- संचार कौशल सहित अंतर वैयक्तिक कौशल
- तार्किक कौशल एवं विश्लेषणात्मक क्षमता
- निर्णय लेना और समस्या समाधान
- सामान्य मानसिक योग्यता
- आधारभूत संख्यनन (संख्याएं और उनके संबंध, विस्तार क्रम आदि) (दसवीं कक्षा का स्तर), आंकड़ों का निर्वचन (चार्ट, ग्राफ, तालिका, आंकड़ों की पर्याप्तता आदि-दसवीं कक्षा का स्तर)
टिप्पणी- 1 सिविल सेवा (प्रारंभिक) परीक्षा का पेपर-II, अर्हक पेपर होगा जिसके लिए न्यूनतम अर्हक अंक 33% निर्धारित किए गए हैं।
UPSC मुख्य परीक्षा (Mains) का पैटर्न
प्रारंभिक परीक्षा (Prelims) उत्तीर्ण करने वाले अभ्यर्थी मुख्य परीक्षा (Mains) में शामिल होते हैं। इस चरण में UPSC सिविल सेवा परीक्षा का प्रारूप वर्णनात्मक (Descriptive) होता है जो अभ्यर्थियों की बौद्धिक एवं विश्लेषणात्मक क्षमताओं का मूल्यांकन करता है।
प्रश्नपत्र संरचना:

Subject Total (Written Test) - 1750 Marks
Personality Test - 275 Marks
Grand Total - 2025 Marks

GS Mains Advance Program
मुख्य परीक्षा के लिए वैकल्पिक विषयों की सूची
- कृषि विज्ञान
- पशुपालन एवं पशु चिकित्सा विज्ञान
- नृविज्ञान
- वनस्पति विज्ञान
- रसायन विज्ञान
- सिविल इंजीनियरी
- वाणिज्य शास्त्र तथा लेखा विधि
- अर्थशास्त्र
- विद्युत इंजीनियरी
- भूगोल
- भू-विज्ञान
- इतिहास
- (x) विधि
- प्रबंधन
- गणित
- यांत्रिक इंजीनियरी
- चिकित्सा विज्ञान
- दर्शन शास्त्र
- भौतिकी
- राजनीति विज्ञान तथा अन्तर्राष्ट्रीय संबंध
- मनोविज्ञान
- लोक प्रशासन
- समाज शास्त्र
- सांख्यिकी
- प्राणि विज्ञान
- निम्नलिखित भाषाओं में से किसी एक भाषा का साहित्यः असमिया, बंगाली, बोडो, डोगरी, गुजराती, हिन्दी, कन्नड़, कश्मीरी, कोंकणी, मैथिली, मलयालम, मणिपुरी, मराठी, नेपाली, उडिया, पंजाबी, संस्कृत, संथाली, सिंधी, तमिल, तेलुगू, उर्दू और अंग्रेजी।
पाठ्यक्रम विवरण:
भारतीय भाषाओं एवं अंग्रेजी में योग्यता पत्र (क्वालिफाइंग पेपर्स):
इन पेपर्स का उद्देश्य अभ्यर्थियों की विवेचनात्मक गद्य को पढ़ने, समझने और अंग्रेजी एवं संबंधित भारतीय भाषा में विचारों को स्पष्ट एवं शुद्ध रूप से व्यक्त करने की क्षमता का परीक्षण करना है। प्रश्नों का प्रारूप मुख्य रूप से निम्नलिखित होगा:
अंग्रेजी:
- दिए गए गद्यांशों की बोध-क्षमता (Comprehension)
- संक्षेपण (Precis Writing)
- शब्द-प्रयोग एवं शब्दावली (Usage and Vocabulary)
- लघु निबंध (Short Essays)
भारतीय भाषाएँ:
- दिए गए गद्यांशों की बोध-क्षमता (Comprehension)
- संक्षेपण (Precis Writing)
- शब्द-प्रयोग एवं शब्दावली (Usage and Vocabulary)
- लघु निबंध (Short Essays)
- अंग्रेजी से भारतीय भाषा एवं भारतीय भाषा से अंग्रेजी में अनुवाद (Translation)
(नोट: ये पेपर केवल Qualifying प्रकृति के होते हैं जिसे Qualify करने के लिए 25% अंक (300 में से 75 अंक) लाने होते हैं और इनके अंक मेरिट सूची में नहीं जोड़े जाते।)
सामान्य अध्ययन (GS) पेपर्स एवं वैकल्पिक विषय पेपर - अंकन योजना एवं प्रश्नों की संख्या



Essay Enrichment Program


Ethics Case Studies Classes
UPSC साक्षात्कार (व्यक्तित्व परीक्षण)
UPSC परीक्षा प्रक्रिया का अंतिम चरण व्यक्तित्व परीक्षण (साक्षात्कार) होता है, जो 275 अंकों का होता है।
मुख्य बिंदु:
- यह UPSC मुख्यालय, नई दिल्ली में आयोजित किया जाता है।
- इसमें अभ्यर्थी के संचार कौशल, नेतृत्व क्षमता, ईमानदारी, निर्णय क्षमता जैसे व्यक्तित्व गुणों का आकलन किया जाता है।
- यह चरण मुख्य रूप से आपके समग्र व्यक्तित्व और प्रशासनिक योग्यता को परखने के लिए होता है।
(नोट: साक्षात्कार में प्राप्त अंक अंतिम मेरिट सूची में जोड़े जाते हैं।)
प्रत्येक चरण के लिए रणनीतिक तैयारी के सुझाव
प्रारंभिक परीक्षा (Prelims) के लिए:
- अवधारणाओं की स्पष्टता (Conceptual Clarity) और तथ्यात्मक शुद्धता (Factual Accuracy) पर फोकस करें।
- नियमित रूप से न्यूज पेपर और करेंट अफेयर्स मैगजीन पढ़नी चाहिए।
- मॉक टेस्ट और पिछले वर्षों के प्रश्नपत्रों (PYQs) का अभ्यास कीजिए।
- CSAT (पेपर-II) को नजरअंदाज न करें— प्रतिदिन रीजनिंग और बोध-क्षमता (Comprehension) का अभ्यास कीजिए।
- NCERT की पुस्तकों से बुनियादी अवधारणाओं को मजबूत कीजिए।
- विषयवार रिवीजन और टाइम मैनेजमेंट पर विशेष फोकस कीजिए।
PT365
Prelims GS+CSAT Test Series
मुख्य परीक्षा के लिए:
- संरचित प्रारूप (परिचय-मुख्य भाग-निष्कर्ष) के साथ उत्तर लेखन में सुधार करें।
- आरेखों, फ्लोचार्ट्स और उदाहरणों का उपयोग करें।
- सामान्य अध्ययन पेपरों से संबंधित करेंट अफेयर्स के नोट्स बनाए रखें।
- निबंधों और केस स्टडीज का नियमित अभ्यास करें।
Mains365

GS Mains and Essay Test Series

Optional Test Series
साक्षात्कार के लिए:
- संचार कौशल और आत्मविश्वास पर काम कीजिए।
- अपने DAF (विस्तृत आवेदन फॉर्म) की पूरी जानकारी रखिए।
- राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय घटनाक्रम से अपडेटेड रहिए।
- वास्तविक परिस्थितियों के लिए मॉक इंटरव्यू का अभ्यास कीजिए।

Optional Classroom Program 2026
महत्वपूर्ण जानकारी:
- हर साल 10 लाख से अधिक अभ्यर्थी आवेदन करते हैं।
- लगभग 10,000 अभ्यर्थी मुख्य परीक्षा के लिए योग्य होते हैं।
- करीब 2,000 अभ्यर्थी साक्षात्कार तक पहुँचते हैं।
- मात्र 800-1000 अभ्यर्थियों का अंतिम चयन होता है।
यह आँकड़ें स्पष्ट रूप से दर्शाते हैं कि UPSC परीक्षा पैटर्न की गहरी समझ और सूक्ष्म तैयारी कितनी आवश्यक है। रणनीतिक दृष्टिकोण और निरंतर प्रयास ही सफलता का मार्ग है।
सामान्य गलतियाँ जिनसे बचना चाहिए:
- CSAT की तैयारी को नजरअंदाज करना।
- केवल प्रारंभिक परीक्षा पर ध्यान देना और मुख्य परीक्षा की तैयारी टालना।
- उत्तर-लेखन का पर्याप्त अभ्यास नहीं करना।
- केवल कोचिंग नोट्स पर निर्भर रहना और सेल्फ स्टडी नहीं करना।
- साक्षात्कार चरण के लिए तैयारी नहीं करना।
निष्कर्ष:
UPSC सिविल सेवा परीक्षा पैटर्न की गहन समझ अभ्यर्थियों के लिए एक मार्गदर्शक की भूमिका निभाती है। प्रारंभिक परीक्षा से लेकर अंतिम साक्षात्कार तक, प्रत्येक चरण उम्मीदवारों के विशिष्ट गुणों - जागरूकता, ज्ञान, अभिव्यक्ति क्षमता से लेकर व्यक्तित्व तक - का परीक्षण करने के लिए डिजाइन किया गया है।
यदि UPSC परीक्षा संरचना को ध्यान में रखते हुए व्यवस्थित रूप से अध्ययन किया जाए, साथ ही स्मार्ट रणनीतियों और निरंतर आत्म-मूल्यांकन का सहारा लिया जाए, तो सिविल सेवा परीक्षा पास करना एक प्राप्ति योग्य लक्ष्य बन जाता है। आशा है लोक सेवा के इस सर्वोत्कृष्ट करियर की दिशा में UPSC परीक्षा पैटर्न की यह स्पष्टता आपकी सफलता में पहला कदम बने।