×



Detailed Analysis of UPSC Paper 2, CSAT 2025

प्रमुख लेख

Detailed Analysis of UPSC Paper 2, CSAT 2025

Detailed Analysis of UPSC Paper 2, CSAT 2025
20 May 2025
Table of Contents

सिविल सर्विसेज एप्टीट्यूड टेस्ट (CSAT), जिसे आधिकारिक तौर पर UPSC प्रारंभिक परीक्षा में सामान्य अध्ययन प्रश्न-पत्र 2 (General Studies Paper 2) के नाम से जाना जाता है, एक Qualifying पेपर है। इसमें उम्मीदवारों को मुख्य परीक्षा के लिए योग्य घोषित होने के लिए न्यूनतम 33% अंक (200 में से 66.67 अंक) प्राप्त करना अनिवार्य है। हालाँकि यह प्रारंभिक परीक्षा के अंतिम मेरिट में शामिल नहीं होता, लेकिन इसकी महत्ता किसी भी स्थिति में कम नहीं आँकी जा सकती।

पिछले कुछ वर्षों में, CSAT विशेषकर गणित या इंजीनियरिंग पृष्ठभूमि नहीं रखने वाले उम्मीदवारों के लिए एक बड़ी बाधा बनकर उभरा है। लेकिन यह भी एक भ्रांति ही बन कर रह गई है, विगत वर्षों में अच्छे इंजीनियरिंग पृष्ठभूमि वाले अभ्यर्थी भी CSAT Qualify नहीं कर पाए। क्योंकि एक समय में जिस पेपर को कई अभ्यर्थी केवल एक औपचारिकता समझते थे, उसमें अब कठिनाई का स्तर बढ़ गया है- इसमें जटिल कॉम्प्रिहेंशन पैसेज, समय लेने वाले लॉजिकल रीजनिंग प्रश्न और कठिन क्वांटिटेटिव एप्टीट्यूड प्रश्न शामिल होते हैं।

परीक्षा के इस बदलते हुए ट्रेंड को देखकर, CSAT को हल्के में लेना अब संभव नहीं है। यहाँ तक कि GS पेपर 1 में अच्छा प्रदर्शन करने वाले तैयार अभ्यर्थी भी CSAT को कम आँकने के कारण प्रारंभिक परीक्षा में असफल हो जाते हैं। इसलिए, इसके विकसित हो रहे पैटर्न को समझना और रणनीतिक तैयारी करना, प्रीलिम्स में समग्र सफलता के लिए अत्यंत आवश्यक है।

CSAT पेपर 2025 का संक्षिप्त विवरण

  • कुल प्रश्न: 80
  • कुल अंक: 200
  • समय सीमा: 2 घंटे
  • नकारात्मक अंकन: प्रत्येक गलत उत्तर पर 1/3 अंक की कटौती
  • योग्यता अंक: 66.67 (33%)
  • माध्यम: हिंदी/अंग्रेजी

सेक्शन के अनुसार प्रश्नों का विभाजन (to be updated)

UPSC Pattern

Download CSAT Paper

UPSC Prelims paper
upsc prelims exam

कठिनाई के स्तर का विश्लेषण

रीडिंग कॉम्प्रिहेंशन (Reading Comprehension): मध्यम से कठिन (Moderate to Tough)

  • ट्रेंड: CSAT 2025 का RC सेक्शन विविधतापूर्ण था और इसमें सिर्फ पढ़ने की गति से अधिक की मांग थी। 16 पैसेज (29 प्रश्न) के साथ, जिनमें शिक्षा सुधार, जलवायु परिवर्तन, कॉर्पोरेट पूंजीवाद और डिजिटल युग की चिंताओं जैसे विषय शामिल थे, इसकी कठिनाई स्तर मध्यम से उच्च तक थी। अधिकांश प्रश्नों में अनुमान लगाना, धारणाओं का विश्लेषण करना और करीब-करीब विकल्पों में सूक्ष्म विभेद करने की आवश्यकता थी।
  • एक बड़ी चुनौती कई संभावित विकल्पों में से "सबसे उपयुक्त" विकल्प को पहचानना था। यह सेक्शन सतही पठन नहीं, बल्कि विश्लेषणात्मक गहराई की जांच करता था। सफलता के लिए प्रभावी समय प्रबंधन और अमूर्त तथा नीति-आधारित पैसेज की समझ महत्वपूर्ण हो गई थी।
  • पिछले कुछ वर्षों में, CSAT पेपर का 30-35% हिस्सा रीडिंग कॉम्प्रिहेंशन से आ रहा है। पैसेज अब सरल की बजाय अधिक विश्लेषणात्मक और अनुमान-आधारित हो गए हैं।
  • मुख्य विशेषताएँ:
    • पैसेज लंबे और जटिल होते हैं, जो अक्सर शैक्षणिक या गूढ़ विषयों (दर्शनशास्त्र, नीतिशास्त्र, अर्थशास्त्र आदि) से लिए जाते हैं।
    • विकल्प एक-दूसरे के बहुत करीब और भ्रमित करने वाले होते हैं, जिसके लिए गहरी समझ और एलिमिनेशन स्किल (Elimination Skill) चाहिए।
    • कई बार एक ही पैसेज पर कई प्रश्न पूछे जाते हैं, जिससे समय का दबाव बढ़ जाता है।
  • अभ्यर्थियों के लिए निहितार्थ: सिर्फ तेजी से पढ़ना काफी नहीं है; पंक्तियों के बीच छिपे अर्थ को समझने और चतुराई से बनाए गए भ्रामक विकल्पों को हटाने की क्षमता महत्वपूर्ण है।

तार्किक योग्यता (Logical Reasoning): मध्यम (Moderate)

  • ट्रेंड: यह सेक्शन तुलनात्मक रूप से सरल था। पज़ल्स, दिशा-आधारित प्रश्न और व्यवस्था संबंधी प्रश्न मध्यम स्तर की जटिलता के थे। हालाँकि, बहु-चरणीय तार्किक तर्क—खासकर कथन-धारणा और कारण-प्रभाव वाले प्रश्नों—में समय के दबाव में स्पष्टता और संयम की आवश्यकता थी।
  • यह सेक्शन गणित की तरह संख्यात्मक तो नहीं था, फिर भी रणनीतिक रूप से प्रश्नों का चयन करना और तार्किक जाल में फँसने से बचने के लिए धैर्यपूर्ण दृष्टिकोण अपनाना आवश्यक था।
  • जहाँ 2022 तक लॉजिकल रीजनिंग के प्रश्न मध्यम स्तर के रहते थे, वहीं 2023 और 2024 में इनकी जटिलता बढ़ गई—खासकर पज़ल्स और व्यवस्था-आधारित प्रश्नों में।
  • मुख्य विशेषताएँ:
    • गोलाकार और रैखिक व्यवस्था (circular/linear arrangements), दिशा-बोध (direction sense) और रैंकिंग पज़ल्स जैसे विषय अधिक समय लेने वाले हो गए, जिनमें कई शर्तें शामिल होती हैं।
    • प्रश्नों में अक्सर कई-स्तरीय तार्किक निष्कर्ष (multi-step deductions) की आवश्यकता होती है, जिससे गति और सटीकता दोनों की परख होती है।
    • कथन-निष्कर्ष (statement-conclusion), कारण-प्रभाव (cause-effect) और धारणा-आधारित (assumption-based) प्रश्न भी शामिल किए जाते हैं, जिनके लिए विश्लेषणात्मक स्पष्टता जरूरी है।
  • अभ्यर्थियों के लिए निहितार्थ: जिन उम्मीदवारों ने ऐसे पज़ल्स का पहले से अभ्यास नहीं किया होता, उनके लिए निर्धारित समय में 2-3 से अधिक पज़ल्स हल कर पाना मुश्किल हो जाता है।

गणित/संख्यात्मक योग्यता (Numeracy): मध्यम से कठिन (Moderate to Tough)

  • ट्रेंड: इस वर्ष मात्रात्मक अभियोग्यता (Quantitative Aptitude) सबसे अधिक समय लेने वाला खंड रहा। हालांकि प्रश्न अवधारणात्मक मूल बातों पर आधारित थे, लेकिन कई प्रश्नों को पेचीदा तरीके से बनाया गया था या उनमें कई चरण शामिल थे, जिससे गलती की संभावना बढ़ गई।
  • संख्या पद्धति (Number System) के प्रश्नों का प्रभुत्व रहा (20 से अधिक), और डेटा पर्याप्तता (Data Sufficiency) जैसे टॉपिक्स में असामान्य विकल्प शामिल थे, जिससे छात्रों की गहरी समझ की परीक्षा हुई। "टाइम लैंडमाइन" प्रश्न—जो सरल दिखते थे लेकिन समय खींच लेते थे—एक प्रमुख चुनौती थे।
  • पिछले कई वर्षों से CSAT के गणित खंड में संख्या प्रणाली (Number System) का प्रभुत्व रहा है। क्रमचय एवं संचय (Permutation & Combination) भी लगातार महत्वपूर्ण होता जा रहा था, विशेषकर हाल के पेपर्स में। लेकिन, 2024 में यह अचानक गायब हो गया। ज्यामिति (Geometry), क्षेत्रमिति (Mensuration), समुच्चय सिद्धांत (Set Theory) और वेन आरेख (Venn Diagrams) कम ही आते हैं, लेकिन ये अवधारणात्मक विविधता जोड़ते हैं।
  • हालांकि डेटा व्याख्या (Data Interpretation), समय-गति-दूरी (Time-Speed-Distance), समय और कार्य (Time & Work), पाइप और टंकी (Pipes & Cisterns), आयु संबंधी प्रश्न (Ages), औसत (Averages) जैसे विषय कभी-कभार ही पूछे जाते हैं, लेकिन ये पेपर की गहराई बढ़ाते हैं। इसी प्रकार, लाभ-हानि (Profit & Loss), प्रतिशत (Percentages), ब्याज (Interest), अनुपात (Ratios) और मिश्रण (Mixtures) भी अनियमित रूप से पूछे जाते हैं, जो पेपर के दायरे को व्यापक बनाते हैं।
  • कठिनाई का स्तर बुनियादी गणनाओं से लेकर अनुप्रयोग-आधारित प्रश्नों तक होता है, जो CSAT के संख्यात्मक खंड की अप्रत्याशित प्रकृति को देखते हुए अभ्यर्थियों के लिए संतुलित और अवधारणा-केंद्रित तैयारी को आवश्यक बनाता है।
  • मुख्य विशेषताएँ:
    • हाल के वर्षों में संख्या प्रणाली, क्रमचय-संचय और प्रतिशत जैसे विषयों पर अधिक फोकस किया गया है। वहीं 2024 में नाव और धारा, गति और दूरी, समय और कार्य जैसे सरल विषयों की वापसी देखी गई।
  • अभ्यर्थियों के लिए निहितार्थ: सभी अभ्यर्थी चाहे उनकी पृष्ठभूमि गणित या इंजीनियरिंग की रही हो को, समय बर्बाद होने से बचने के लिए नियमित अभ्यास और बुनियादी सूत्रों की मजबूत समझ आवश्यक है।

समग्र अवलोकन:

  • CSAT अब केवल नाम का ही Qualifying पेपर नहीं रह गया है; इसके बढ़ते कठिनाई स्तर ने इसे कई अभ्यर्थियों, विशेषकर गैर-STEM पृष्ठभूमि वालों के लिए एक वास्तविक चुनौती बना दिया है।
  • 2023 और 2024 में बड़ी संख्या में उम्मीदवारों ने GS पेपर 1 में अच्छे अंक प्राप्त करने के बावजूद CSAT में असफलता प्राप्त की।
  • संतुलित तैयारी महत्वपूर्ण है: किसी एक खंड (जैसे RC या गणित) पर निर्भर नहीं रहा जा सकता; 33% योग्यता अंक सुरक्षित रूप से प्राप्त करने के लिए सभी तीनों खंडों (रीडिंग काम्प्रीहेन्शन, रीजनिंग और गणित) का सम्मिलित अभ्यास आवश्यक है।
UPSC Mains test series

Optional Classroom ProgramCSAT में अपने प्रदर्शन का आकलन कैसे करें?

CSAT में अपने प्रदर्शन का आकलन कैसे करें?

CSAT में अपने प्रदर्शन का मूल्यांकन करने से आपको अपनी तैयारी के स्तर को समझने और सुधार के क्षेत्रों की पहचान करने में मदद मिलेगी। यहां एक प्रभावी मूल्यांकन के लिए चरण-दर-चरण (Step-by-Step) मार्गदर्शिका दी गई है:

  • Answer Key से अपने उत्तर मिलाएं: परीक्षा के बाद विश्वसनीय स्रोतों से CSAT उत्तर कुंजी प्राप्त करें।
  • सही और गलत उत्तरों की गिनती करें: अपने सही और गलत उत्तरों का हिसाब लगाएं।
  • पूर्व निर्धारित नियमों के आधार पर अंकों की गणना करें: प्रत्येक सही उत्तर पर 2.5 अंक और प्रत्येक गलत उत्तर पर 0.83 अंक की कटौती
  • कुल स्कोर की गणना करें: कुल सही उत्तरों के अंकों में से नेगेटिव मार्क्स को घटाएं।

उपरोक्त गणना पद्धति का एक उदाहरण:

  • प्रयास किए गए प्रश्न: 80
  • सही उत्तर: 60
  • गलत उत्तर: 20
  • सही उत्तरों के अंक: 150 (60 × 2.5)
  • गलत उत्तरों पर कटौती: 16.6 (20 × 0.83)
  • शुद्ध स्कोर: 133.4 (150 - 16.6)

Prelims and CSAT Test Series

upsc optional subject

विगत वर्षों के ट्रेंड में तुलना: 2023 vs 2024 vs 2025

upsc exam

किसे CSAT पेपर कठिन लगा? पिछले कुछ वर्षों के सामान्य अवलोकन

- मानविकी पृष्ठभूमि (Humanities Background) के अभ्यर्थी: मानविकी या गैर-गणितीय शैक्षणिक पृष्ठभूमि वाले अभ्यर्थी अक्सर GS पेपर-I पर अधिक फोकस करते हैं और CSAT को केवल एक औपचारिकता मानते हैं। हालाँकि, हाल के वर्षों में - विशेष रूप से 2021 के बाद से - CSAT पेपर एक अधिक विश्लेषणात्मक और गणित-केंद्रित परीक्षा में विकसित हो गया है, जिसने ऐसे कई अभ्यर्थियों को चुनौती प्रस्तुत की है। जबकि ये अभ्यर्थी कॉम्प्रिहेंशन और लॉजिकल रीजनिंग में अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं, हालांकि संख्यात्मक योग्यता और डेटा व्याख्या में असहजता अक्सर एक बाधा बन जाती है। CSAT की बढ़ती कठिनाई को देखते हुए, अब केवल भाषा की ताकत पर निर्भर रहना सुरक्षित नहीं है। मानविकी के छात्रों को अब इस क्वालिफाइंग बाधा को पार करने के लिए मात्रात्मक योग्यता (Quantitative Aptitude) और तार्किक पहेलियों (Logical Puzzles) में विशेष अभ्यास की आवश्यकता है।

- जिन्होंने तैयारी में CSAT को नजरअंदाज किया: एक बड़ी भूल जो कई अभ्यर्थी करते हैं, वह है CSAT पेपर को कम आंकना - इसे गौण मानना या यह सोचना कि गणित या इंजीनियरिंग पृष्ठभूमि की पिछली शैक्षणिक उत्कृष्टता पर्याप्त होगी। हालांकि, हाल के CSAT पेपर्स (2022-2024) ने साबित कर दिया है कि नियमित, केंद्रित अभ्यास के बिना, GS में उच्च अंक प्राप्त करने वाले भी CSAT के कारण प्रारंभिक परीक्षा पास करने में असफल हो सकते हैं। जिन अभ्यर्थियों ने CSAT की उपेक्षा की, वे अक्सर समय प्रबंधन में संघर्ष करते पाए गए, परीक्षा हॉल में घबरा गए, या उन पहेलियों और संख्यात्मक प्रश्नों में फंस गए जिनका उन्होंने महीनों से सामना नहीं किया था। अवधारणात्मक और अनुप्रयोग-आधारित समस्या-समाधान की ओर इस बदलाव ने हर उम्मीदवार के लिए CSAT की तैयारी को GS पेपर 1 जितनी ही गंभीरता से करना अनिवार्य बना दिया है।

- जो केवल RC (रीडिंग कॉम्प्रिहेंशन) पर निर्भर रहते हैं और रीजनिंग या गणित का अभ्यास नहीं करते: कुछ उम्मीदवार आसान रास्ता अपनाते हुए CSAT में सफलता पाने के लिए पूरी तरह से रीडिंग कॉम्प्रिहेंशन पर निर्भर रहते हैं। हालाँकि, पुराने पेपर्स में यह रणनीति काम कर जाती थी क्योंकि उनमें RC के प्रश्न सरल और अधिक संख्या में होते थे, लेकिन हाल के पेपर्स में संख्यात्मक योग्यता, तर्कशक्ति और कॉम्प्रिहेंशन के बीच वेटेज को संतुलित कर दिया गया है। हाल के पेपर्स में कई RC पैसेज जटिल थे, जिनमें अमूर्त विषयों और जटिल विकल्पों के कारण आत्मविश्वास से भरे पाठकों से भी गलतियाँ हुईं। वहीं, संख्यात्मक योग्यता और लॉजिकल रीजनिंग के प्रश्नों ने पेपर का एक बड़ा हिस्सा बनाया, और इन सेक्शन्स को छोड़ना उम्मीदवारों के लिए महँगा साबित हुआ। बेसिक अंकगणित, डेटा इंटरप्रिटेशन और पज़ल्स का नियमित अभ्यास किए बिना, अच्छी रीडिंग स्किल्स के बावजूद, अक्सर उम्मीदवार 33% क्वालिफाइंग मार्क से पीछे रह जाते हैं।

upsc mains 2025

आगे की रणनीति

CSAT को हल्के में न लें: हालांकि यह Qualifying प्रकृति का पेपर है, लेकिन 2021 के बाद से CSAT एक बड़ा Eliminator बन गया है। इसलिए अब कहा जाता है कि CSAT आपको IAS बना नहीं सकता, लेकिन बनने से रोक जरूर सकता है। GS पेपर-1 में 100+ अंक पाने वाले कई उम्मीदवार भी CSAT में कम स्कोर के कारण प्रीलिम्स नहीं निकाल पाए। इसे नजरअंदाज करना आपके पूरे प्रयास को बर्बाद कर सकता है—इसलिए इसे गंभीरता से तैयार करें।

- फुल-लेंथ मॉक टेस्ट दें: मॉक टेस्ट से सहनशक्ति बढ़ती है, कमजोर क्षेत्र पता चलते हैं और परीक्षा का टेम्परामेंट सुधरता है। रियल-टाइम स्थितियों का अनुकरण करें और गलतियों का सावधानीपूर्वक विश्लेषण करके उन्हें दोहराने से बचें।

- स्पीड और एक्यूरेसी (Accuracy) में संतुलन बनाएँ: समय महत्वपूर्ण है। मेंटल मैथ, अनुमान (approximation) और लॉजिकल एलिमिनेशन की प्रैक्टिस करके गति बढ़ाएँ, लेकिन सटीकता (Accuracy) न खोएँ। हर अंक मायने रखता है।

- कमजोर क्षेत्रों को मजबूत करें: चाहे वह संख्यात्मक योग्यता, पज़ल्स हो या RC—अपने कमजोर पॉइंट्स पर फोकस करें। NCERTs का रिवीजन करें, लॉजिकल रीजनिंग की प्रैक्टिस करें और टाइम-बाउंड कॉम्प्रिहेंशन सेट्स सॉल्व करें। रणनीतिक बढ़त के लिए कम से कम दो सेक्शन्स में मजबूती हासिल करें।

CSAT को आत्मविश्वास से क्लियर करने से आपको मानसिक शांति मिलती है और प्रीलिम्स के तुरंत बाद अनिश्चितता में हफ्तों बर्बाद किए बिना, मुख्य परीक्षा की तैयारी शुरू करने की स्पष्टता आती है। जो उम्मीदवार CSAT में संघर्ष करते हैं, वे अक्सर प्रीलिम्स के बाद ध्यान भटकने या निराशा का शिकार हो जाते हैं। एक बार CSAT में आत्मविश्वास आ जाए, तो:

- अपना फोकस GS पेपर और निबंध लेखन पर शिफ्ट करें।

- वैकल्पिक विषय का रिवीजन और उत्तर लेखन (Answer Writing) शुरू करें- खासकर यदि आपका वैकल्पिक विषय विश्लेषणात्मक या तथ्य-आधारित है।

- प्रीलिम्स और मुख्य परीक्षा के बीच के समय का उपयोग गवर्नेंस, एथिक्स, पर्यावरण और अर्थव्यवस्था जैसे टॉपिक्स में स्टेटिक-डायनामिक लिंकेज बनाने में करें।

- CSAT को शुरुआत में ही नियंत्रित कर लेने से आपको मुख्य परीक्षा से पहले के महत्वपूर्ण 80-90 दिनों का अधिकतम लाभ उठाने की रणनीतिक बढ़त मिलती है।पिछले कुछ वर्षों में, CSAT पेपर ने "आसान" या महज एक औपचारिकता होने की धारणा को लगातार चुनौती दी है। बल्कि, यह बढ़ती हुई कठिनाई और अप्रत्याशितता के साथ एक महत्वपूर्ण पेपर के रूप में उभरा है। यह ट्रेंड स्पष्ट संकेत देता है कि UPSC अब उम्मीदवारों से मजबूत बुनियादी योग्यता कौशल (चाहे वह समझ, तार्किक विवेक हो या संख्यात्मक क्षमता) की अपेक्षा करता है। इसलिए, गंभीर उम्मीदवारों को CSAT को GS पेपर-1 के समान ही समर्पण के साथ तैयार करना चाहिए। इसे हल्के में लेना अब कोई विकल्प नहीं है। नियमित अभ्यास और मॉक टेस्ट को शामिल करते हुए एक संतुलित, सुनियोजित रणनीति ही CSAT को मजबूती के साथ Qualify करने में सहायता करती है।

Vision IAS Mains Test Series

Art of Essay Writing

निष्कर्ष

पिछले कुछ वर्षों में, CSAT पेपर ने "आसान" या महज एक औपचारिकता होने की धारणा को लगातार चुनौती दी है। बल्कि, यह बढ़ती हुई कठिनाई और अप्रत्याशितता के साथ एक महत्वपूर्ण पेपर के रूप में उभरा है। यह ट्रेंड स्पष्ट संकेत देता है कि UPSC अब उम्मीदवारों से मजबूत बुनियादी योग्यता कौशल (चाहे वह समझ, तार्किक विवेक हो या संख्यात्मक क्षमता) की अपेक्षा करता है। इसलिए, गंभीर उम्मीदवारों को CSAT को GS पेपर-1 के समान ही समर्पण के साथ तैयार करना चाहिए। इसे हल्के में लेना अब कोई विकल्प नहीं है। नियमित अभ्यास और मॉक टेस्ट को शामिल करते हुए एक संतुलित, सुनियोजित रणनीति ही CSAT को मजबूती के साथ Qualify करने में सहायता करती है।


अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)


प्र. CSAT 2025 के लिए Qualifying Marks क्या है?

उ. 33%, अर्थात 200 में से 66 अंक।

प्र. क्या CSAT 2025 पिछले वर्ष की तुलना में अधिक कठिन था?

उ. नहीं, पिछले वर्ष की भांति इस वर्ष भी पेपर का स्तर Moderate to Tough बना रहा।

प्र. गैर-STEM वाले अभ्यर्थी CSAT कैसे क्रैक कर सकते हैं?

उ. गैर-विज्ञान छात्र नियमित मॉक टेस्ट अभ्यास के माध्यम से बेसिक न्यूमेरसी, प्रतिशत, अनुपात, औसत, समय और दूरी जैसे मूलभूत विषयों में महारत हासिल करके CSAT क्रैक कर सकते हैं। RC (रीडिंग कॉम्प्रिहेंशन) और रीजनिंग पर फोकस करें, साथ ही अपनी गति और सटीकता में सुधार करें।

प्र. क्या CSAT स्कोर कट-ऑफ में गिना जाता है?

उ. नहीं, CSAT सिर्फ Qualifying प्रकृति का पेपर है, जिसमें कुल 200 में से 33% यानि 66.67 अंक लाना आवश्यक होता है, अन्यथा GS की मेरिट में गिनती नहीं होती है।

Vision IAS Logo
लेख लिखा है

VisionIAS संपादकीय टीम द्वारा

UPSC में 10 वर्षों से अधिक की विशेषज्ञता, IAS उम्मीदवारों के लिए व्यावहारिक सामग्री प्रदान करना।

संबंधित लेख

Vision IAS Best IAS Institute in India
https://cdn.visionias.in/new-system-assets/images/home_page/home/counselling-oval-image.svg

Have Questions About UPSC CSE or VisionIAS Programs?

Our Expert Counselors are Here to Discuss Your Queries and Concerns in a Personalized Manner to Help You Achieve Your Academic Goals.

नवीनतम लेख