UPSC सिविल सेवा मुख्य परीक्षा में वैकल्पिक विषय (Optional Subjects) अभ्यर्थियों की अंतिम रैंकिंग निर्धारित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। जहाँ सामान्य अध्ययन (General Studies) के पेपर्स अभ्यर्थी की जागरूकता और विश्लेषणात्मक क्षमता की जाँच करते हैं, वहीं अक्सर वैकल्पिक विषय ही वह निर्णायक कारक होता है जो प्रतिस्पर्धी अंक सीमा में अंतर लाता है।
इस व्यापक ब्लॉग में, हम UPSC मुख्य परीक्षा 2025 के वैकल्पिक विषयों के पैटर्न, सबसे पसंदीदा विषयों, पिछले वर्षों (2022 से 2024) के आँकड़ों और पिछले वर्षों के प्रश्नपत्रों के डाउनलोड लिंक के साथ-साथ UPSC 2023 की रिपोर्ट से मिलने वाले रुझानों के बारे में चर्चा करेंगे।
UPSC मुख्य परीक्षा में वैकल्पिक विषयों की भूमिका
UPSC मुख्य परीक्षा में कुल 9 पेपर होते हैं, जिनमें से 2 पेपर अभ्यर्थी द्वारा चुने गए वैकल्पिक विषय पर आधारित होते हैं। प्रत्येक पेपर 250 अंकों का होता है, यानी कुल 500 अंक वैकल्पिक विषय से जुड़े होते हैं। चूँकि अंतिम मेरिट की गणना 1750 अंकों (योग्यता भाषा पेपर्स को छोड़कर) में से की जाती है, इसलिए वैकल्पिक विषय कुल लिखित अंकों का लगभग 28.5% योगदान देता है। यही कारण है कि वैकल्पिक विषय का चुनाव बेहद महत्वपूर्ण हो जाता है।
वैकल्पिक विषयों के पेपर का पैटर्न
- पेपरों की संख्या: 2 (पेपर-I और पेपर-II)
- समयावधि: प्रत्येक पेपर के लिए 3 घंटे
- अंक: प्रत्येक पेपर 250 अंकों का
- कुल अंक: 500 अंक
- प्रकृति: वर्णनात्मक (Descriptive) प्रकार के प्रश्न
- भाषा: अभ्यर्थी उत्तर अंग्रेजी या भारतीय संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल किसी भी भाषा में लिख सकते हैं।
वैकल्पिक पेपर क्या आकलन करते हैं?
- विषय की गहन समझ
- अवधारणाओं को व्यावहारिक रूप से लागू करने की क्षमता
- विचारों को स्पष्ट और प्रभावी ढंग से व्यक्त करने का कौशल
- विश्लेषणात्मक और आलोचनात्मक सोच
पैटर्न में हाल के ट्रेंड
पिछले कुछ वर्षों में इस पैटर्न में ज्यादा बदलाव नहीं हुआ है, हालाँकि कुछ विषयों में आंतरिक विकल्पों (internal choices) या प्रश्नों के ढाँचे में छोटे-मोटे परिवर्तन देखे गए हैं। साथ ही, कुछ विषयों के प्रश्नपत्रों में मौजूदा मुद्दों को मूल सिद्धांतों के साथ जोड़कर पूछे जाने का चलन बढ़ा है।
UPSC द्वारा प्रदत्त वैकल्पिक विषयों की सूची
UPSC अभ्यर्थियों के लिए 25 वैकल्पिक विषय प्रदान करता है, इसके अलावा 23 भाषा साहित्य में से अभ्यर्थी किसी एक विषय को चुन सकता है। मुख्य विषय निम्नलिखित हैं:
प्रमुख वैकल्पिक विषय:
- मानव विज्ञान (Anthropology)
- समाजशास्त्र (Sociology)
- भूगोल (Geography)
- इतिहास (History)
- राजनीति विज्ञान एवं अंतर्राष्ट्रीय संबंध (Political Science & International Relations - PSIR)
- लोक प्रशासन (Public Administration)
- दर्शनशास्त्र (Philosophy)
- मनोविज्ञान (Psychology)
- अर्थशास्त्र (Economics)
- कानून (Law)
- कृषि (Agriculture)
- चिकित्सा विज्ञान (Medical Science)
- इंजीनियरिंग (सिविल, इलेक्ट्रिकल, मैकेनिकल)
- वाणिज्य एवं लेखा (Commerce & Accountancy)
- प्रबंधन (Management)
साहित्यिक भाषा विकल्प:
इसके अतिरिक्त, अभ्यर्थी 23 भाषाओं में से किसी एक के साहित्य को भी वैकल्पिक विषय के रूप में चुन सकते हैं। कुछ लोकप्रिय भाषा साहित्य हैं:- हिंदी, अंग्रेजी, उर्दू, तमिल, तेलुगू, कन्नड़, बंगाली, मराठी, गुजराती, संस्कृत आदि।
UPSC 2023 की रिपोर्ट के अनुसार सबसे लोकप्रिय वैकल्पिक विषय
UPSC की वार्षिक रिपोर्ट 2023 के मुताबिक, निम्नलिखित विषय सबसे ज्यादा चुने गए वैकल्पिक विषयों में शामिल हैं:
क्रमांक | वैकल्पिक विषय | शामिल उम्मीदवारों की संख्या | अनुशंसित उम्मीदवारों की संख्या |
1 | समाजशास्त्र | 1087 | 92 |
2 | भूगोल | 1079 | 66 |
3 | PSIR | 1571 | 140 |
4 | इतिहास | 574 | 25 |
5 | Anthropology (नृविज्ञान) | 1159 | 90 |
6 | लोक प्रशासन | 361 | 31 |
7 | दर्शनशास्त्र | 265 | 20 |
8 | हिन्दी साहित्य | 211 | 22 |
प्रमुख लोकप्रिय वैकल्पिक विषय:
- हिन्दी साहित्य (Hindi Literature)
- समाजशास्त्र (Sociology)
- भूगोल (Geography)
- राजनीति विज्ञान एवं अंतर्राष्ट्रीय संबंध (PSIR)
- इतिहास (History)
- लोक प्रशासन (Public Administration)
इन विषयों की लोकप्रियता के प्रमुख कारण:
- सामान्य अध्ययन (GS) के साथ ओवरलैप
- मार्गदर्शन और संसाधनों की उपलब्धता
- स्कोरिंग ट्रेंड
- स्पष्ट और निश्चित पाठ्यक्रम
2022 से 2024 के ट्रेंड की तुलना
Year | सबसे ज्यादा चुना गया विषय | उभरते हुए विषय | घटता हुआ ट्रेंड |
2022 | PSIR, भूगोल, समाजशास्त्र, हिन्दी साहित्य | नृविज्ञान, दर्शनशास्त्र | यांत्रिकी इंजीनियरिंग, विधि |
2023 | समाजशास्त्र, PSIR, भूगोल | हिन्दी साहित्य, दर्शनशास्त्र | लोक प्रशासन, अर्थशास्त्र |
2024 | समाजशास्त्र, PSIR, इतिहास, हिन्दी साहित्य | नृविज्ञान, कृषि | दर्शनशास्त्र (प्रश्न पत्र के कठिनाई स्तर के कारण) |
मुख्य अंतर्दृष्टि (Key Insights)
- समाजशास्त्र और राजनीति विज्ञान (PSIR) लोकप्रियता के मामले में लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं।
- नृविज्ञान (Anthropology) ने अपने संक्षिप्त पाठ्यक्रम और अच्छे अंक लाने की संभावना के कारण ध्यान आकर्षित किया है।
- लोक प्रशासन में प्रश्नों के अनिश्चित स्वरूप और कठिन मूल्यांकन के कारण गिरावट देखी गई है।
- साहित्य विषयों में अच्छे अंक मिलने की संभावना और क्षेत्रीय परिचितता (Regional Familarity) के कारण वृद्धि हुई है। हिन्दी साहित्य अभी भी साहित्य विषयों में लोकप्रिय बना हुआ है।
वैकल्पिक विषय चुनने के मापदंड
- शैक्षिक पृष्ठभूमि - विशेष शैक्षिक अनुशासन के छात्र अक्सर उसी विषय को प्राथमिकता देते हैं।
- सामान्य अध्ययन (GS) व निबंध पेपरों से ओवरलैप - राजनीति विज्ञान (PSIR), समाजशास्त्र और मानव विज्ञान जैसे विषयों में काफी समानता मिलती है।
- संसाधनों की उपलब्धता - मार्गदर्शन सामग्री, टेस्ट सीरीज और मेंटरशिप का महत्वपूर्ण योगदान होता है।
- अंक प्राप्ति के रुझान - पिछले वर्षों के टॉपर्स और रैंक धारक नए उम्मीदवारों को प्रभावित करते हैं।
- रुचि व योग्यता - व्यक्तिगत रुझान और अवधारणात्मक समझ निर्णायक भूमिका निभाते हैं।
Download Links for Optional Papers (2025)
UPSC 2025 के वैकल्पिक विषयों के प्रश्न-पत्रों को देखने के लिए, आप नीचे दिए गए लिंक का उपयोग कर सकते हैं:
Subject | Paper |
नृविज्ञान (Anthropology) | Paper I and Paper II |
समाजशास्त्र | Paper I and Paper II |
भूगोल | Paper I and Paper II |
इतिहास | Paper I and Paper II |
राजनीति विज्ञान एवं अंतर्राष्ट्रीय संबंध (PSIR) | Paper I and Paper II |
लोक प्रशासन | Paper I and Paper II |
दर्शनशास्त्र | Paper I and Paper II |
हिन्दी साहित्य | Paper I and Paper II |
वैकल्पिक विषयों की रणनीतिक तैयारी के टिप्स
वैकल्पिक विषय में सफलता केवल ज्ञान पर नहीं, बल्कि उत्तर लेखन कौशल और रणनीतिक योजना पर भी निर्भर करती है। VisionIAS के विभिन्न कार्यक्रमों का उपयोग करते हुए अभ्यर्थी अपनी तैयारी को मजबूत बना सकते हैं:
वैकल्पिक विषयों के लिए कक्षा कार्यक्रम
- VisionIAS PSIR, समाजशास्त्र, भूगोल, भौतिकी और नृविज्ञान जैसे लोकप्रिय विषयों के लिए समर्पित कक्षा कार्यक्रम प्रदान करता है।
- इन कार्यक्रमों में पाठ्यक्रम का व्यापक कवरेज, उत्तर लेखन अभ्यास और कक्षा व्याख्यानों के माध्यम से अवधारणात्मक स्पष्टता शामिल है।

VisionIAS Optional Classroom Program
टेस्ट सीरीज (वैकल्पिक और मुख्य)
करेंट अफेयर्स के साथ एकीकरण
- VisionIAS वैल्यू-एडेड मटेरियल के माध्यम से करेंट अफेयर्स को वैकल्पिक विषयों में सहजता से एकीकृत करता है।
- यह समकालीन उदाहरणों, नीतियों और अंतर्राष्ट्रीय घटनाक्रमों के साथ उत्तरों को समृद्ध बनाने में मदद करता है।
मार्गदर्शन सहायता
- लक्ष्य और दक्ष जैसे प्रमुख कार्यक्रमों के माध्यम से अभ्यर्थियों को व्यक्तिगत मार्गदर्शन प्राप्त होता है।
- वैकल्पिक विषय की तैयारी और उत्तर लेखन दृष्टिकोण को परिष्कृत करने के लिए मेंटर्स के साथ नियमित संवाद।
अंतिम विचार: UPSC Mains 2026 के लिए रणनीति
एक सही वैकल्पिक विषय का चयन और उसकी समझदारी से तैयारी आपके यूपीएससी मेन्स स्कोर में बड़ा बदलाव ला सकती है। विजनआईएएस के कक्षा कार्यक्रमों, टेस्ट सीरीज, मेंटरशिप और गुणवत्तापूर्ण अध्ययन सामग्री का रणनीतिक उपयोग करके, अभ्यर्थी परीक्षा के इस उच्च-जोखिम लेकिन उच्च-पुरस्कार वाले हिस्से को स्कोरिंग संपत्ति में बदल सकते हैं।
चाहे आप अभी भी अपना वैकल्पिक विषय चुन रहे हों या पहले से ही तैयारी शुरू कर चुके हों, सुनिश्चित करें कि आपकी रणनीति लचीली, अद्यतन और यूपीएससी के विकसित हो रहे रुझानों के अनुरूप हो। याद रखें, वैकल्पिक पेपर आपके लिए गहराई, स्पष्टता और विश्लेषणात्मक क्षमता प्रदर्शित करने का अवसर है - इसे सार्थक बनाएं!
अपडेटेड रहें, सही रणनीति बनाएं और लिखते रहें। आपकी Mains की सफलता की यात्रा यहीं से शुरू होती है।
"आपका भविष्य इस बात पर निर्भर करता है कि आज आप क्या करते हैं।"